हेलो दोस्तों! अगर आप सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर धूम मचा रहे हैं, तो आपने शायद किसी प्रेम कहानी के बारे में सुना होगा। जी हां, हम बात कर रहे हैं रोसी राजकुमारी की प्रेम कहानी की, जो चर्चा का विषय बन गई है। तो अगर आप भी Princess Love story, या New Love story पढ़ने के शौकीन हैं, तो आइये अपना कीमती समय हमारे साथ लेकर इस अनोखी कहानी के सफर पर निकलें।
Important Note~🔴इनमें से कुछ कहानियाँ सच्ची कहानियों पर आधारित हैं, या कुछ काल्पनिक हैं, लेकिन इन कहानियों का उद्देश्य कोई व्यक्तिगत पहलू को ठेस पहुंचाना नहीं है, बल्कि हमारा प्रयास है कि इन कहानियों के माध्यम से आप कुछ सीखें और आपका मनोरंजन हो।
रोसी राजकुमारी की प्रेम कहानी |Rosie Princes ki Prem Kahani in hindi
बहुत समय पहले की बात है एक बड़े से महाद्वीप,(Continent के जर्मनी देश में एक पति और पत्नी रहा करते थे। दोनों का एक दूसरे के सिवा और कोई नहीं था। विवाह के कई वर्षों बीतने के बाद भी उनकी कोई संतान(वंशज नहीं हुई। दोनो का समय इसी प्रकार से गुजर रहा था। कि अचानक एक दिन ऊस की पत्नी को अपनी कोख में संतान की अनुभूति हुई और गर्भावस्था के दौरान उसको कुछ इस प्रकार महसूस हुआ की उसको रोसी नामक शाक खाने की इच्छा हुई मग़र।आसपास वह शाक कहीं भी उपलब्ध नहीं थी।
पति पत्नी एक जादूगरनी के बगीचे के समीप ही रहते थे। पत्नी के मन की बात जब पति ने सुनी तो पति ने उससे वादा किया कि वह उसके लिए रोसी नाम की वह शाक अपने साथ लेकर आएगा। फिर वह कुछ ही दूर एक बगीचे में चोरी से घुसकर उसने वह शाकअपनी पत्नी के लिए तोड़ी और यह सिलसिला युही कई दिनों तक चलता रहा।’लेकिन एक दिन बगीचे की मालकिन अतः जादूगरनी ने, जिसका नाम डैनी था, उसे यह चोरी करते हुए देख लिया और जादूगरनी ने उसके पति को बंधक बना लिया।
पति जादूगरनी के सामने बहुत गिड़गिड़ाया और अंततः जादूगरनी एक शर्त पर वह शाक उसकी पत्नी के लिए देने के लिए राजी हो गई। शर्त यह थी कि संतान के जन्म के बाद वह उसे जादूगरनी को हमसे के लिए सौंप देगा।
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मायूस मन से पति ने उसकी वह बात मान ली और बच्चे के जन्म होते ही उसने दूसरे दिन जादूगरनी के हाथों अपनी पुत्री को सौंप दिया। जादूगरनी ने अत्यंत मनोयोग से उसकी पुत्री का पालन पोषण किया और उसका नाम उसी शाक के नाम पर रोसी रखा। रोसी एक अत्यंत रूपवती कन्या के रूप में धीरे धीरे बड़ी होने लगी।
उसके सुनहरे बाल और अद्वितीय रूप की चर्चा आसपास की सभी जगहों पर धीरे-धीरे से फैलने लगी। कन्या के 16 वर्ष के होते ही जादूगरनी डैनी ने उसको एक ऐसी मीनार में कैद कर दिया, जिसमें ना तो कोई दरवाजा था और ना चढ़ने के लिए ही कोई सीढ़ी।
इसमें एक ऊंचे स्थान पर एक कमरा था, जिसमें कि केवल एक खिड़की थी. जादूगरनी अपनी जादुई शक्तियों के माध्यम से छोटी बच्ची तक पहुंचती और हर दिन उससे मिलने के लिए दोपहर के समय जरुर जाती।
इसी प्रकार से दिन बीतने लगे वह बच्ची बड़ी होकर एक अत्यंत रूपवती स्त्री के रूप में बड़ी हुई। उसके लंबे घने सुनहरे बाल इतने लंबे हो गए थे की वह जादूगरनी उनके सहारे मीनार पर चढ़कर कमरे में आने और जाने लगी।
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ऐसा करते वक्त वह रोसी को पुकारते हुए कहती| “रोसी अपने बाल गिराओ, ताकि मैं तुम्हारे सुनहरे बालों पर चढ़कर ऊपर आ सकूं।” क्षेत्र में आ गया, जहां पर रोसी उस मीनार में रहती थी। रोसी की आवाज में अद्वितीय मिठास थी, जब वह गाती थी। तो जैसे समय ठहर जाता था। एक दिन राजकुमार को टहलते टहलते एक मधुर आवाज़ सुनाई पड़ी। वह आवाज कहां से आ रही है यह जानने के लिए जब
राजकुमार मीनार के पास गया तो उसे दिखाई पड़ा कि एक ऊंची मीनार के ऊपर कमरे में एक सुंदर रूपवती स्त्री रहती है। उसकी इस मीठी आवाज को सुनकर राजकुमार उसकी तरफ अत्यंत आकर्षित हुआ और वह अपनी उत्सुकता पर काबू नहीं रख सका। उसने मन में ठान ली कि वह इस बंद मीनार में रहने वाली स्त्री, जिसकी आवाज इतनी मधुर है,उसके बारे में जान के ही रहेगा।
एक दिन जब दिन के समय जादूगरनी रोसी से मिलने के लिए आई तो उसने जादूगरनी को वह शब्द कहते और बालों के जरिए ऊपर चढ़ते हुए देख लिया। राजकुमार ने इसी प्रकार जब रात के समय रोसी को पुकारा तो उसने उसे आने के लिए मीनार के सहारे अपने बालों को लटका दिया। राजकुमार ऊपर जाकर रोसी से मिला।राजकुमार रूपवती कन्या को देख तो देखता ही रहा गया|
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princess prince love story | रोसी राजकुमारी की प्रेम कहानी अभी जारी है
दोनों ने मिलते ही एक-दूसरे को पसंद कर लिया था और रोसी और राजकुमार एक दूसरे से प्रेम करने लगे थे। और वह एक दूसरे के लिए के अंतरंग सहचर बन गए। अतः राजकुमार ने रोसी के सामने विवाह का प्रस्ताव रखा। रोसी इस पर सहमत हुई और दोनों का मिलना जुलना धीरे-धीरे बढ़ने लगा। जादूगरनी डैनी रोज दिन के समय रोसी को मिलने के लिए आया करती थी।
राजकुमार और रोसी ने मिलकर एक योजना बनाई कि राजकुमार द्वारा दिए गए रेशम से रोसी एक सीढ़ी बनायेगी, जिससे कि वह दोनों उस जगह से भाग सकें। रोसी की मूर्खता के कारण जादूगरनी डैनी को राजकुमार के रोसी के पास आने और उसके गर्भवती हो जाने का पता चल गया। जादूगरनी डैनी ने रोसी को मीनार से बाहर निकाल दिया और जंगल में जंगली जानवरों के बीच अकेला छोड़ दिया, और वह स्वयं उस मीनार के कमरे में जाकर छुप गयी।
राजकुमार के चढ़ने के लिए उसने रोसी के बालों को काटकर उन्हें मीनार से बाहर लटका दिया ताकि राजकुमार रोसी के लिए ऊपर आ सके और उसे कोई सक भी ना हो।जब राजकुमार रोसी से मिलने के लिए उस रात आया तो रोसी की जगह जादूगरनी को पाकर वह भयभीत हो गया और वह मीनार ऊपर से कूद पड़ा जिससे कि नीचे पड़े काटों सेउसकी दोनों आंखों की रोशनी चली गई।
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जब राजकुमार नीचे गिरने लगा तो उसके हाथ में रोसी के कटे हुए बाल भी साथ आ गए और रोसी की लंबी बालों की लट राजकुमार के साथ ही नीचे गिर गई। नीचे उतर पाने का कोई अन्य तरीका न होने के कारण जादूगरनी डैनी उस मीनार में फंस गई और अतः में उसकी मृत्यु हो हो गई |
राजकुमार अपनी आंखों और अपनी प्रेमिका को खो देने के बाद राजकुमार निराश होकर अंधा होकर जगह-जगह भटकने लगा। कई महीनों तक इस प्रकार भटकने के पश्चात वह उस क्षेत्र में जा पहुंचा जहां पर रोसी बस चुकी थी।
उधर रोसी ने जुड़वा बच्चों को जन्म दिया; जिनमें एक बेटी और एक बेटा हुआ। इसी तरह कुछ समय तक एक दूसरे के बिछरने रहने के बाद अंतः दोनों उसी राज्य में एक स्थान पर मिले, और उनके मिलन से चमत्कार स्वरुप राजकुमार की दृष्टि वापस आ गई और रोसी के लंबे सुनहरे बाल उसको वापस मिल गए और दोनों हंसी खुशी अपना जीवन जीने लगे।
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इस कहानी से हमे सीख मिलती है :-
बुरे करनी का फाल हमेसा मील के ही रहता है.और अपने विश्वास के जरिए एक ना एक दिन दुनिया में सब कुछ पाया जा सकता है. जिस तरह जादूगरनी गलत नियत से रोसी को अपने काल कोठरी मै कैद में रखती है,और एक दिन उसे अपनी करनी का दंड मिला और वह मारी गई. रोसी ने बचपन से उम्मीद लगाई हुई थी, कि उसे एक दिन कोई बचने आएगा उसकी खुशयाली भरी ज़िन्दगी होगी, एक दिन उसके इस विश्वास को भगवान् ने पूरा कर ही दिया|
इस लेख को पढ़ने और अपना समय देने के लिए आपका धन्यवाद !
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निष्कर्ष-
इस आर्टिकल के जरिए हमने रोजी प्रिंसेस की प्रेम कहानी के बारे में बात की है, जो सोशल मीडिया पर धूम मचा रही है। यह कहानी लोगों के दिलों में खुशियाँ और आशा की रोशनी जगा रही है और हमारा उद्देश्य अधिक लोगों को प्रेरित करना है। हमें उम्मीद है कि आप रोज़ी प्रिंसेस की प्रेम कहानी के बारे में यह लेख पढ़ेंगे और गहराई से आनंद लेंगे। और साथ ही अगर आपको इस आर्टिकल में कोई कमी नजर आती है। तो
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इस लेख से Related Google पर खोजी गई कुछ महत्वपूर्ण प्रश्नों के उत्तर (Faqs में) दिए गए हैं।
FAQ-
Ques-1: पति और पत्नी कौन से महाद्वीप देस में रहते थे ?
Ans:- वो दोनों महाद्वीप के जर्मनी देश में रहते थे
Ques-2: उसके पत्नी को गर्भावस्था के दौरान क्या खाने का मन किया ?
Ans:-गर्भावस्था के दौरान उसे रोसी नामक शाक खाने का मन हुआ
Ques-3:जादूगरनी ने शाक के बदले उसके पाती से कोण सी सरत राखी|
Ans:-संतान के जन्म के बाद वह उसे जादूगरनी को हमसे के लिए सौंप देने की सरत राखी
Ques-4:राजकुमार की दोनों आँखे कैसे चली गई
Ans:- मीनार ऊपर से कूद पड़ा जिससे कि नीचे पड़े काटों से उसकी दोनों आंखों की रोशनी चली गई
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